लखनऊ। लखनऊ के प्रतिष्ठित लामार्टिनियर बॉयज़ कॉलेज के प्रधानाचार्य इन दिनों चर्चा का विषय बने हुए है। ग़ौरतलब है कि उपरोक्त कॉलेज के प्रधानाचार्य कॉर्लाइल मैकफॉरलैंड मई 2011 से इस पद पर कार्यरत थे। विगत 12 दिसंबर 2023 को अपने पद से सेवानिवृत्ति हो जाने के बाद न सिर्फ अपने पद पर बने हुए हैं बल्कि अपनी मनमानी पर भी उतारू है। कहा जा रहा है कि 12 दिसंबर 2023 को प्रधानाचार्य के पद से सेवानिवृत हुए और पद छोड़ने के बजाय 12 दिसंबर 2023 को रात से ही अपनी मनमानी के तहत उन्होंने कालेज के कुछ स्टाफ के लोगों को टेलीफोन कर अपने आवास बुलाकर उनसे माफी पत्र पर हस्ताक्षर करने के लिए धमकाया,क्योंकि उन शिक्षकों व स्टाफ ने मनमानी व पद के दुरुपयोग करने के खिलाफ नियुक्त अधिकारी (मुख्य सचिव) को 50 ज़िम्मेदार स्टाफ द्वारा हस्ताक्षरित ईमेल भेजने का साहस दिखाया था । स्टाफ के सदस्य कॉलेज की 700 एकड़ संपत्ति और वित्त की सुरक्षा के साथ स्टाफ व छात्रों के हितों के लिए प्राधिकरण के उचित कार्रवाई की मांग का अनुरोध कर रहे थे। वहीं सेवानिवृत्ति प्रधानाचार्य कॉर्लाइल मैकफॉरलैंड ने चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के 3 सदस्यों और 2 सहायक शिक्षकों को मुख्य सचिव को ईमेल पर हस्ताक्षर करने के लिए उकसाने के लिए स्टाफ के 6 और अन्य सदस्यों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए धमकाया व स्टाफ के कई सदस्यों को शोकास नोटिस भी जारी किया। 15 दिसंबर को सेवानिवृत्ति प्रधानाचार्य ने तीन अन्य अस्थाई स्टाफ सदस्यों की सेवाएं समाप्त कर दी। इसी दिन उन्होंने अन्य नामित कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए थाना गौतमपल्ली को शिकायत दर्ज कराई वही स्टाफ के अन्य सदस्यों को कारण बताओं नोटिस जारी किया । प्रधानाचार्य के पद से सेवानिवृत हो जाने के बाद अभी तक नए प्रधानाचार्य का चयन न होने पर मंडल आयुक्त रोशन जैकब ने कॉलेज के ट्रस्टी व न्याय एवं विधिक परामर्श के प्रमुख सचिव से इस मामले में दिशा निर्देश मांगे है। इसी क्रम में आज लखनऊ प्रेस क्लब में लामार्टिनियर के पीड़ित शिक्षकों ने वरिष्ठ अधिवक्ता ज़ीशान अल्वी के साथ अपनी बात रखी और प्रशासन से न्याय करने की अपील करी।