लखनऊ। मौका जमघट का था तो पुराने शहर में पतंगबाजों का जमघट लगा वही चौक में लखनऊ के कई नामी पतंगबाजों ने जहां पेंच लड़ा कर अपना जौहर दिखाया वही बच्चे और युवा भी हर साल की तरह पतंगबाजी देखने पहुंचे। जीतने वाले पतंगबाज को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सांसद डॉ दिनेश शर्मा की फोटो लगी खास पतंग पुरुस्कार के तौर पर दिया गया। पार्षद अनुराग मिश्रा ने विजेता को पुरस्कार दिया। अबकी चौक में जुटे पतंगबाजों को पूर्व मंत्री आशुतोष टंडन गोपालजी की कमी भी खली। पतंगबाजों ने उनको याद करके नमन किया। कार्यक्रम को भी संक्षिप्त कर दिया गया और प्रतीकात्मक तौर पर पतंगबाजी हुई। चौक में मंगलवार को बीजेपी नेता अमील शमसी ने जमघट पर पतंगबाजी के मुकाबले का आयोजन किया। पुराने शहर के कई इलाकों के पतंगबाज अपने हाथ आजमाने पहुंचे तो आसमान रंग बिरंगी पतंगों से झूम उठा। हाथ में चरखी लिए पतंगबाज कई प्रकार की पतंग लिए मुकाबले में जुट गए। आसमान में लड्डेदार का मुकाबला तौखिया से होता दिखा जबकि डोंगा ने अपने अलग ही जलवा दिखाया। आम तौर पर मुकाबला शाम तक चलते थे पर अबकी आशुतोष टंडन जी के निधन के कारण कार्यक्रम प्रतीकात्मक ही रहा। चरखी और मांझा लिए युवा और बच्चे भी पेंच लड़ाते रहे। अमील शमसी ने पतंगबाज टीटू चनाना, चुप्पी भाई, गुड्डू भाई, एम जेड हैदर, अब्दुल्लाह और आफताब आलम का सम्मान किया। इस दौरान आदिल शमसी, शमील शमसी, शैलेंद्र कक्कड़, आनंद मिश्र, शुभ कपूर, हिमांशु गर्ग , पंकज मिश्रा, संजय त्रिवेदी प्रमुख तौर पर मौजूद रहे ।

