सीतापुर - सरकार का दावा है कि अवैध शराब पर पूरी तरीके से अंकुश लगाया जाऐ सीतापुर पुलिस अधीक्षक द्वारा भी पूरा प्रयास किया जा रहा है किंतु जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारियों से जब मुंह मोड़ ले या यूं कहा जाए कि उसी में सम्मिलित हो जाए अवैध शराब पर अंकुश लगाना मुश्किल हो जाता है! सीतापुर क्षेत्र में ऐसे अनेकों गांव जहां पर अवैध रूप से कच्ची शराब बनाई और बेची जाती है और यह जानकारी आबकारी विभाग को भी है किंतु उस पर कोई कार्रवाई करने के बजाय टालमटोल कर देते इससे यह प्रतीत होता है। सरकार का सीधा निर्देश किसी भी जिले किसी भी क्षेत्र में अवैध शराब का कारोबार ना होने पाए तो वही सीतापुर पुलिस अधीक्षक दिन रात एक कर अवैध शराब बनाने और बेचने वालों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रहे हैं। जिस के कंधों पर इस अवैध शराब को रोकने की जिम्मेदारी है वही लोग अपनी जिम्मेदारी से पीछे हटते हैं।वही स्थानीय पुलिस अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए ताबड़तोड़ कार्यवाही करती रहती है। तो वहीं आबकारी विभाग के जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी भूलकर नियमों की धज्जियां क्यों उड़ाते हैं।
इस लेख के साथ कुछ माह पहले हमने एक ख़बर लिखी जो सत्य भी और टि्वटर पर उस ख़बर को डालने के बाद उत्तरप्रदेश आबकारी विभाग के द्वारा ये कमेंट किया गया कि जिला सीतापुर में छापा मारे ज रहे आदेशित किया गया है लेकिन ज़िला सीतापुर के आबकारी विभाग के द्वारा उस लोकेशन पर जहाँ की ख़बर लिखी गई आज तक जस का तस हाल है उस ख़बर की तस्वीर ट्विटर कमेंट साझा कर रहा हूँ।


